वक़्त अच्छा
ज़रूर आता है; मगर वक़्त पर ही आता है |
कागज अपनी
किस्मत से उड़ता है; लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से |
इसलिए किस्मत
साथ दे या न दे; काबिलियत जरुर साथ देती है |
दो अक्षर
का होता है लक;
ढाई अक्षर
का होता है भाग्य;
तीन अक्षर
का होता है नसीब;
साढ़े तीन
अक्षर की होती है किस्मत;
पर ये चारों
के चारों चार अक्षर, मेहनत से छोटे होते हैं |
जिंदगी में
दो लोगों का ख्याल रखना बहुत जरुरी है |
पिता: जिसने
तुम्हारी जीत के लिए सब कुछ हारा हो |
माँ: जिसको
तुमने हर दुःख में पुकारा हो |
काम करो ऐसा
कि पहचान बन जाये;
हर कदम चलो
ऐसे कि निशान बन जायें |
यह जिंदगी
तो सब काट लेते हैं;
जिंदगी ऐसे
जियो कि मिसाल बन जाये |
भगवान की
भक्ति करने से शायद हमें माँ न मिले;
लेकिन माँ
की भक्ति करने से भगवान् अवश्य मिलेंगे |
अहंकार में
तीन गए; धन, वैभव और वंश;
ना मानो तो
देख लो; रावन, कौरव और कंस |
'इंसान' एक
दुकान है, और 'जुबान' उसका ताला;
जब ताला खुलता
है, तभी मालुम पड़ता है; कि दूकान 'सोने' कि है, या 'कोयले' की |
आपको कौन
मिलता है, यह समय तय करता है |
आप उनमें
से किसका साथ चाहते हैं, यह आप तय करते हैं |
और उनमें
से कौन आपके साथ रहता है, यह आपका व्यहार तय करता है |
स्वास्थ्य
सबसे बड़ी दौलत है |
संतोष सबसे
बड़ा खजाना है |
आत्म -विश्वास
सबसे बड़ा मित्र है |
मीठे बोल
बोलिये क्योंकि अल्फाजों में जान होती है;
इन्हीं से
आरती, अरदास और इन्हीं से अज़ान होती है;
यह समुंदर
के वह मोती हैं; जिनसे इंसानों की पहचान होती है |
ख्वाहिश ऐसी
करो कि आसमान तक जा सको;
दुआ ऐसी करो
कि भगवान को पा सको|
यूं तो जीने
के लिए पल बहुत कम हैं;
जियो ऐसे
कि हर पल में ज़िन्दगी पा सको |
ताश के पत्तो
से ताजमहल नही बनता;
नदी के रोने
से समुंदर नही बनता;
लडते रहो
जिन्दगी मै हरपल;
क्योकी एक
जीत से कोई "सिकंदर" नही बनता |
शीशा और रिश्ता
वैसे दोनों नाज़ुक होते है |
बस फर्क तो
इतना है कि शीशा 'गलती' से टूट जाता है और रिश्ता 'गलतफहमियों ' से |
तारों में अकेला चाँद जगमगाता है;
मुस्किलों में अकेला इन्सान डगमगाता है |
काँटों से मत घबराना कभी ऐ दोस्त;
क्योंकि काँटों में ही एक गुलाब मुस्कुराता
है |
जिस्म तो बहुत सवार चुके; रूह का श्रृंगार
कीजिये;
फूल शाख से न तोडिये खुशबुओं से प्यार
कीजिये |
दो कदम दूर, हर किनारा होगा;
सोचो, कितना खूबसूरत यह नजारा होगा |
बस कहे जो दिल उसे, दिल से करना;
फिर देखना जो सोचोगे, वह तुम्हारा होगा |
एक बेहतर इंसान अपनी जुबान से पहचाना जाता हैं;
वरना अच्छी बातें तो दीवार पर भी लिखी होती
हैं |
विज्ञान कहता है कि जीभ पर लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है;
और ज्ञान कहता
है कि जीभ से लगी
चोट कभी
ठीक नहीं होती |
रहने दे आसमान ज़मीन की तलाश कर;
सब कुछ येही है ना कहीं और तलाश कर |
हर आरजू पूरी हो जाये तो जीने का क्या मजा;
जीने के लिए बस वजेह की तलाश कर |
डाली
पर बैठे हुए परिंदे को
मालूम है कि डाली कमज़ोर है;
फिर भी वह उस डाली पर बैठता है;
क्योंकि उसको डाली से ज्यादा अपने 'पंख' पर भरोसा
है |
इंसान ने एक बार खुदा से पूछा, "रिश्तों
का असली मतलब क्या होता है?"
हंसकर कहा, "जो मतलब के लिए बनाया जाये
वो रिश्ता नहीं होता है |
अन्धकार से कभी अन्धकार को मिटाया नही जा सकता;
सुप्रकाश ही ऐसा कर सकता है |
किसी प्रकांड नफरत से नफरत को नही मिटाया जा
सकता;
सिर्फ प्यार से ऐसा किया जा सकता है |
किसी के दिल को चोट पहुंचा कर माफ़ी मांगना बहुत
ही आसान है;
लेकिन खुद चोट खाकर दूसरों को माफ़ करना बहुत
मुश्किल है |
दुनिया का गरीब आदमी मंदिर के बाहर भीख मांगता
है;
और दुनिया का अमीर आदमी मंदिर के अन्दर भीख मांगता
है |
बुराई इसलिए नही पनपती कि बुरा करने वाले लोग
बढ़ गये है;
बल्कि इसलिये बढ़ती है कि सहन करने वाले लोग बढ़
गये है |
ज़िन्दगी दो दिन की हैं, एक दिन आपके हक़ मैं,
और एक दिन आपके खिलाफ;
जिस दिन हक़ मैं हो गरूर मत करना और जिस दिन
खिलाफ थोडा सब्र ज़रूर रखना |
शाम सूरज को ढालना सिखाती है;
शमा परवाने को जलना सिखाती है |
गिरने वाले को तकलीफ़ तो होती है;
लेकिन ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है |
बुरे दिनों का एक अच्छा फायदा हैl;
अच्छे – अच्छे दोस्त परखे जाते हैं |
फूलों की महक केवल वायु की दिशा मे फैलती है;
लेकिन एक अच्छे व्यक्ति की अच्छाई, हरेक दिशा
मे फैलती है |
नींद अपनी भुला के सुलाया हमको;
आंसू अपने गिरा के हंसाया हमको;
दर्द कभी न देना उन हस्तियों को;
भगवान् ने माँ बाप बनाया जिनको |
इंसान को बोलना सीखने में दो साल लग जाते है;
लेकिन क्या बोलना है ये सीखने में पूरी जिंदगी
निकल जाती है |
जब लोग किसी को पसंद करते है तो उसकी बुराइयां
भूल जाते है;
और जब किसी से नफ़रत करते है तो उसकी अच्छाईयां
भूल जाते है |
ज़रा सी देर में, दिल में उतरने वाले लोग;
ज़रा सी देर में, दिल से उतर भी जाते हैं।
रात नही ख्वाब बदलता है;
मंजिल नही कारवाँ बदलता है |
जज्बा रखो हरदम जीतने का;
क्योकि किस्मत चाहे बदले न बदले वक्त जरुर बदलता
है |
जीवन में दो ही व्यक्ति असफल होते हैं;
एक वे जो सोचते हैं, पर करते नहीं;
दूसरे वे जो करते हैं पर सोचते नहीं।
इंसान मकान बदलता है, वस्त्र बदलता है, सम्बन्ध
बदलता है;
फिर भी दुखी रहता है क्योकि वह अपना स्वभाव नहीं
बदलता |
अगर किसी को खुछ देना है, तो उसे अछा वक़्त दो
|
क्यूंकि आप हर चीज़ वापिस ले सकते हो;
मगर किसी को दिया अच्छा वक़्त वापिस नहीं ले
सकते |
NB: - I’m not the author of the above
lines.
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